प्रधान मंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 


यह योजना 17 सितंबर 2023 से सुरु की गयी थी। प्रधान मंत्री विश्वकर्मा योजना भारत के पारपरिक और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से करू की गयी थी। भारत में जो लोग अपने हाथों से कुछ खास बनाते हैं - जैसे लोहार, सुनार, कुम्हार, बढ़ई आदि - उन्हें 'विश्वकर्मा' कहते हैं। ये हमारे समाज और अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। यह योजना 2027- 28 के अवधि तक लागू कर दी गयी है, इसका मतलब आप अभी भी इस योजन का लाभ ले सकते है। हाल ही में (मई 2025 तक की जानकारी के अनुसार), सरकार ने 15,000 रुपये की टूलकिट सहायता के लिए नए आवेदन भी शुरू किए हैं, जिससे पता चलता है कि योजना सक्रिय है और नए लाभार्थियों को स्वीकार कर रही है।


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 महिलाओ के लिए प्रधान मंत्री विश्वकर्मा का योगदान 

 ये योजना के फायदे केवल पुरुष ही नहीं तो महिलाये भी उठा सकती है।  कुछ साल पहले ही अपने भी ये जरूर सुना होगा की सरकार की तरफ से महिलाओ को मुफ्त सिलाई मशीन मिल रही है। तो वो मशीन भी इसी योजना के तरफ से सबको दी जा रही थी। अब तक 2,70,97,484  लोगो ने इस पहल से अपनी ज़िंदगी सवारी है।  कोई भी महिला जिसकी आयु 18 साल या उससे अधिक है वह भी लाभ ले सकती है। सरकार की तरफ से हर महिलाओ को 15,000 तक की आर्थिक मदत देती है साथ ही में मुफ्त प्रशिक्षण भी दिया जाता है 


धानमंत्री विश्वकर्मा योजना के मुख्य फायदे (लाभ) ये हैं:

  1. आधिकारिक पहचान: कारीगरों को 'पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र' और 'आईडी कार्ड' मिलता है, जिससे उन्हें सरकारी मान्यता मिलती है।
  2. कौशल विकास: 15 दिनों का बेसिक ट्रेनिंग मिलती है और चाहें तो एडवांस ट्रेनिंग भी ले सकते हैं।
  3. ट्रेनिंग भत्ता: ट्रेनिंग के दौरान रोज़ ₹500 का स्टाइपेंड मिलता है।
  4. आधुनिक उपकरण: नए औजार खरीदने के लिए ₹15,000 की मदद मिलती है।
  5. सस्ता लोन: अपना काम शुरू करने या बढ़ाने के लिए 5% की बहुत कम ब्याज दर पर ₹1 लाख (पहली बार) और फिर ₹2 लाख (दूसरी बार) तक का लोन मिलता है। कुल ₹3 लाख तक।
  6. बाजार से जुड़ाव: सरकार उनके बनाए सामान को बेचने और बड़े बाजारों तक पहुंचाने में मदद करती है।
  7. डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन: डिजिटल पेमेंट अपनाने पर भी इंसेंटिव मिलता है।
  8. आत्मनिर्भरता: ये सारे फायदे मिलकर कारीगरों को आत्मनिर्भर बनने और उनके पारंपरिक हुनर को बढ़ाने में मदद करते हैं।


योजना में आने वाले व्यवसाय 


  • बढ़ई (सुथार)                    
  • नाव बनाने वाला  
  •  कुम्हार (कुम्हार)     
  • अस्त्र बनाने वाला
  • लोहार (लोहार)
  •  हथौड़ा और टूलकिट बनाने वाला
  • ताला बनाने वाला,
  • सुनार (सुनार)
  • कुम्हार (कुम्हार)
  • मूर्तिकार (मूर्तिकार)
  • पत्थर तोड़ने वाला
  • मोची (चमारकर)
  • राजमिस्त्री (राजमिस्त्री)
  • धोबी (धोबी)
  • दर्जी (दर्जी)
  •  नाई (नाई)
  •  खिलौना बनाने वाला (पारंपरिक)
  • झाड़ू बनाने वाला
  • चटाई बनाने वाला


पी. एम विश्वकर्मा  के लिए पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria) 

  •  जिस परिवार में कोई एक सदस्य भी सरकारी नौकरी में शामिल हो, ऐसे परिवार मैसे कोई भी इस योजना के  आवेदन नहीं कर सकेंगे। 
  • परिवार का केवल  एक ही सदस्य आवेदन कर सकता है।  
  • लाभार्थी की आयु काम से काम 18 होनी चाहिए। 
  • लाभार्थी को पंजीकरण की तारीख पर संबंधित व्यापार में संलग्न होना चाहिए और उसने पिछले 5 वर्षों में केंद्र सरकार या राज्य सरकार की स्वरोजगार/व्यवसाय विकास के लिए समान क्रेडिट-आधारित योजनाओं, जैसे पीएमईजीपी (PMEGP), पीएम स्वनिधि (PM SVANidhi), मुद्रा (Mudra), के तहत ऋण का लाभ न लिया हो।
  •  लाभार्थी को ऊपर दिए गए व्यवसाय मैसे कोई एक काम आना चाहिए। 

  प्रधान मंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन 2025 

 आवेदन प्रक्रिया मुख्य रूप से डिजिटल है और इसे कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से या सीधे पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर किया जा सकता है।

यहाँ आवेदन करने का सामान्य तरीका बताया गया है:

1. PM विश्वकर्मा पोर्टल पर जाएं:

  • योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।

2. CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से आवेदन:

  • यह आवेदन करने का सबसे अनुशंसित और आसान तरीका है, खासकर यदि आप डिजिटल प्रक्रिया से बहुत परिचित नहीं हैं।
  • अपने नजदीकी CSC पर जाएं: पूरे भारत में कई कॉमन सर्विस सेंटर हैं जो सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करने में मदद करते हैं।
  • आवश्यक दस्तावेज ले जाएं:
    • आधार कार्ड: यह पहचान और पते के प्रमाण के लिए बहुत ज़रूरी है।
    • मोबाइल नंबर: यह आधार से लिंक होना चाहिए।
    • बैंक पासबुक/खाता विवरण: लाभ सीधे बैंक खाते में जमा किए जाएंगे।
    • राशन कार्ड (वैकल्पिक): परिवार के सदस्यों की पहचान के लिए।
    • पेशा प्रमाण पत्र (यदि कोई हो): आपके पारंपरिक व्यवसाय का प्रमाण।
    • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो): एससी/एसटी/ओबीसी उम्मीदवारों के लिए।
    • पासपोर्ट साइज फोटो: नवीनतम रंगीन फोटो।
  • CSC ऑपरेटर की मदद लें: CSC ऑपरेटर आपको पोर्टल पर पंजीकरण करने, फॉर्म भरने और दस्तावेज अपलोड करने में मदद करेंगे। वे आपकी पात्रता की जांच करने में भी सहायता करेंगे।

3. स्वयं ऑनलाइन आवेदन (यदि आप डिजिटल रूप से सक्षम हैं):

  • यदि आप कंप्यूटर और इंटरनेट के उपयोग में सहज हैं, तो आप सीधे पोर्टल पर 'Login' सेक्शन में जाकर 'Artisan/Craftsperson Registration' का विकल्प ढूंढ सकते हैं।
  • पंजीकरण: सबसे पहले आपको अपना मोबाइल नंबर और आधार नंबर का उपयोग करके स्वयं को पंजीकृत करना होगा। आधार ओटीपी (OTP) के माध्यम से सत्यापन किया जाएगा।
  • फॉर्म भरना: पंजीकरण के बाद, आपको व्यक्तिगत विवरण, व्यावसायिक विवरण, बैंक विवरण और परिवार के सदस्यों की जानकारी सहित एक विस्तृत आवेदन पत्र भरना होगा।
  • दस्तावेज अपलोड करना: सभी आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन की गई प्रतियां अपलोड करें।
  • समीक्षा और सबमिट: भरे हुए फॉर्म और अपलोड किए गए दस्तावेजों की सावधानीपूर्वक समीक्षा करें और फिर आवेदन सबमिट करें।

आवेदन प्रक्रिया के चरण (संक्षेप में):

  1. पंजीकरण (Registration): मोबाइल और आधार OTP वेरिफिकेशन।
  2. कारीगर लॉगिन (Artisan Login): आधार से लिंक मोबाइल नंबर और OTP के जरिए लॉगिन।
  3. आवेदन पत्र भरना (Filling Application Form): व्यक्तिगत, योजना, क्रेडिट, कौशल प्रशिक्षण और मार्केटिंग विवरण भरना।
  4. दस्तावेज अपलोड करना (Uploading Documents): आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना।
  5. आवेदन जमा करना (Submitting Application): फाइनल सबमिशन।

महत्वपूर्ण बातें:

  • आधार-लिंक्ड मोबाइल नंबर: सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आपके आधार कार्ड से जुड़ा हुआ हो, क्योंकि सत्यापन के लिए इसकी आवश्यकता होगी।
  • सटीक जानकारी: आवेदन पत्र में सभी जानकारी सही और सटीक भरें।
  • मूल दस्तावेज: CSC पर जाते समय अपने सभी मूल दस्तावेज साथ ले जाएं।

आवेदन प्रक्रिया में किसी भी संदेह या समस्या के लिए, आप पीएम विश्वकर्मा योजना की हेल्पलाइन या अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर से संपर्क कर सकते हैं।


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